नई दिल्ली। इंडियाज गॉट लेटेंट के विवाद के बाद केंद्र सरकार ने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को एक नोटिस जारी जारी किया है। इस नोटिस में इन प्लेटफॉर्म्स को आचार संहिता का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत क्रिटिकल सेल्फ रेगुलेशन को सुनिश्चित करने और बच्चों को 'ए' रेटेड कंटेंट कंज्यूम करने से रोकने के लिए एक्सेस कंट्रोल लागू करने की चेतावनी दी गई है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय की तरफ से ये नोटिस कॉमेडी शो इंडियाज गॉट लेटेंट के उस विवादित एपिसोड के बीच आया है, जिसमें रणवीर इलाहाबादिया ने अश्लील टिप्पणी की थी। सरकार के आदेश के बाद शो के उस एपिसोड को यूट्यूब से हटा दिया गया था। सरकार ने कहा है कि कानून के मुताबिक ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म को ऐसा कोई भी कंटेंट सर्कुलेट नहीं करना चाहिए जो वर्जित हो। कंटेंट का उम्र के आधार पर वर्गीकरण किया जाना चाहिए। नोटिस में कहा गया है कि नियम के मुताबिक ओटीटी प्लेटफॉर्म की सेल्फ रेगुलेट्री बॉडीज को कोड ऑफ एथिक्स के पालन की निगरानी सुनिश्चित करनी चाहिए। नोटिस में कहा गया है कि इस सब को देखते हुए यह सलाह दी जाती है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कंटेंट सर्कुलेट करते समय लागू कानूनों के विभिन्न प्रावधानों और आईटी नियम 2021 के तहत तय आचार संहिता का पालन किया जाए। कोड ऑफ एथिक्स के तहत तय कंटेंट का उम्र आधारित वर्गीकरण किए जाने का सख्ती से पालन हो।
सरकार ने दिया शिकायतों का हवाला
केंद्र सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय की तरफ से जारी किए नोटिफिकेशन में कहा गया है कि उसे सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर कुछ पब्लिशर्स द्वारा पब्लिश किए कंटेट के अश्लील, पोर्नोग्राफिक और भद्दा होने की कई शिकायतें मिली हैं। इसमें कहा गया है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म ऐसा कोई कंटेट प्रसारित नहीं कर सकते, जिस पर कानूनन प्रतिबंध लगा हुआ है। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की सेल्फ रेगुलेटरी बॉडीज को इन पर नजर रखनी होगी और यह निश्चित करना होगा कि ये प्लेटफॉर्म्स नियमों का पालन करें।
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