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कल है स्कंद षष्ठी, भगवान कार्तिकेय की पूजा-अर्चना से मनोकामना होगी पूरी

इस दिन पूजा करने से दूर होते हैं शत्रु

भगवान कार्तिकेय

इंदौर। हर महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर स्कंद षष्ठी मनाई जाती है। यह दिन भगवान शिव के पुत्र भगवान कार्तिकेय को समर्पित है। भगवान कार्तिकेय की पूजा-अर्चना और व्रत करने से शुभ फल प्राप्त होता है।  धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान कार्तिकेय की उपासना करने से शत्रुओं का नाश होता है। साथ ही घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली का आगमन होता है। आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि तिथि की शुरुआत 11 जुलाई को सुबह 10 बजकर 03 मिनट से होगी। वहीं, इसका समापन 12 जुलाई को दोपहर 12 बजकर 32 मिनट पर होगा। ऐसे में स्कंद षष्ठी 11 जुलाई को मनाई जाएगी।

इस दिन सुबह उठकर गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें। इसके बाद वस्त्र धारण कर सूर्य देव को जल अर्पित करें। अगर विशेष कार्य में सिद्धि प्राप्त करना चाहते हैं, तो व्रत रख सकते हैं। अब पंचोपचार एवं षोडशोपचार कर भगवान कार्तिकेय की पूजा करें। इसके लिए चौकी पर कपड़ा बिछाकर कार्तिकेय की प्रतिमा विराजमान करें। अब फल, फूल, दूध, दही, श्रीखंड, घी, अक्षत, धूप, दीप, हल्दी समेत आदि चीजें अर्पित करें। प्रभु की आरती कर कार्तिकेय चालीसा का पाठ और मंत्रों का जप करें। अंत में फल, खीर और मिठाई समेत आदि चीजों का भोग लगाएं।

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