'एक देश, एक चुनाव': संसदीय समिति के समक्ष विधि आयोग के पूर्व अध्यक्ष सहित कई दिग्गज पेश
'एक देश, एक चुनाव' (ONOE) को लेकर देश में बड़ी बहस छिड़ी हुई है। इसी कड़ी में मंगलवार को विधि आयोग के पूर्व अध्यक्ष रितुराज अवस्थी संसदीय समिति के समक्ष पेश हुए।
- Published On :
26-Feb-2025
(Updated On : 26-Feb-2025 11:06 am )
'एक देश, एक चुनाव': संसदीय समिति के समक्ष विधि आयोग के पूर्व अध्यक्ष सहित कई दिग्गज पेश
'एक देश, एक चुनाव' (ONOE) को लेकर देश में बड़ी बहस छिड़ी हुई है। इसी कड़ी में मंगलवार को विधि आयोग के पूर्व अध्यक्ष रितुराज अवस्थी संसदीय समिति के समक्ष पेश हुए। यह समिति ONOE पर सभी संबंधित विशेषज्ञों और हितधारकों से विचार-विमर्श कर रही है।इस अहम चर्चा में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नितेन चंद्रा भी शामिल हुए, जो पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व वाली समिति में सचिव रह चुके हैं। जल्द ही भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश यू यू ललित भी समिति के समक्ष अपने विचार रखेंगे। इसके अलावा, 2015 में एक साथ चुनाव कराने की संसदीय समिति का नेतृत्व कर चुके वरिष्ठ अधिवक्ता और पूर्व कांग्रेस सांसद ई एम सुदर्शन नचियप्पन भी अपनी राय साझा करेंगे।
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गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में ONOE पर एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था, जिसने अपनी विस्तृत रिपोर्ट में इस अवधारणा का पुरजोर समर्थन किया। इसके बाद, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लोकसभा में संविधान संशोधन विधेयक सहित दो विधेयक पेश किए।
इन विधेयकों पर गहन चर्चा के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भाजपा सांसद और पूर्व कानून मंत्री पी पी चौधरी की अध्यक्षता में 39 सदस्यीय संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया है। समिति अब तक दो बैठकें कर चुकी है, और मंगलवार को एक और महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई।
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